Friday, July 8, 2011

जो परवश हो कर बहता है,वह खून नही पानी है।

भारतीय संस्कृति का चीरहरण कर रही यह यू.पी.ए. सरकार भ्रष्टाचारी...
भारत देश से भगाओ संस्कृति को नष्ट कर रही इटालियन गांधारी...
भारत देश दुनिया में अगर किसी कारण से दुनिया के बाकी देशों से अलग पहचान दर्शाता है तो वो है इस देश की महान संस्कृति । क्योंकि इस देश की संस्कृति देव-संस्कृति कहलाती है । बाकी पाश्चात्य देशों में पशु-संस्कृति प्रचलित है । भारत में योग की प्रधानता है जबकि पश्चिमी देशों में भोग की प्रधानता है । खाना, पीना, भोग भोगना - सिर्फ इसीको जीवन जीने का आधार बनाना पशु-संस्कृति नहीं तो और क्या है ! किन्तु भारतीय संस्कृति जीवन को ऊँचा लक्ष्य देती है और उसकी शुरुआत होती है धर्म के अर्जन से तथा पूर्णाहुति होती है मोक्ष से । दुनिया में कोई संस्कृति जीवन में इतना ऊँचा उद्देश्य मानव जाति को नहीं देती है जितना ऊँचा उद्देश्य भारतीय ऋषियों ने यहाँ की संस्कृति में दिया है ।
 किन्तु खेद की बात है कि इस महान भारतीय संस्कृति की विरासत को मिट्टी में मिला देने का दुःस्वप्न आज विदेश से आयी एक झूठी, भ्रष्ट, गँवार महिला देख रही है और उसे अंजाम देने में मदद कर रहे हैं कांग्रेस के सत्तालोलुप सोनिया के चापलूस नेता ।
जब से यू.पी.ए. सरकार बनी है तब से ही यहाँ के राष्ट्रवादी व सामाजिक संगठनों को नष्ट-भ्रष्ट करने का कुचक्र चल पड़ा है । सबसे पहले षड्यंत्र का शिकार बनाने की कोशिश की गयी  वीर सावरकर द्वारा स्थापित हिन्दू संगठन 'अभिनव भारत' तथा अन्य हिन्दू संगठन 'राषट्रीय स्वयं सेवक संघ' को । फिर धर्मांतरण के खिलाफ जन-जागृति का अभियान चलानेवाली हस्तियाँ साध्वी प्रज्ञा, स्वामी असीमानंद पर शिकंजा कसा गया । और स्वामी लक्ष्मणानंद की तो निर्मम हत्या ही कर दी गयी क्योंकि वे विदेशी साजिशों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे । तत्पश्चात् शुरू हुआ भारतीय संस्कृति के आधारस्तम्भ उन संतों को चुन-चुनकर बदनाम करने का षड्यंत्र, जो इस महान संस्कृति को सदियों से मजबूत करने की परम्परा को बिना स्वार्थ निभाते आ रहे थे । उसके लिए करोड़ों-करोड़ों रुपये खर्च कर न्यूज चैनलों तथा अखबारों के माध्यम से संतों का तथा संस्कृति की जड़ों को नष्ट-भ्रष्ट करने का कुचक्र-सा चल पड़ा है । शुरुआत हुई कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य श्री जयेन्द्र सरस्वती से, फिर श्री सत्यसाँईं बाबा, श्री कृपालु महाराज, संत श्री आशारामजी बापू, श्री सुधांशु महाराज, श्री श्री रविशंकर और अब रामदेव बाबा को बदनाम कर यह सोनिया गाँधी व यू.पी.ए. सरकार भारत को संस्कृति व संस्कारहीन, प्राणहीन बना देना चाहती है ।
 सोनिया के सच को स्वयं सोनिया तथा उसके चाटुकार चमचे नेताओं ने देश से छुपाया । सोनिया अपना जन्म सन 1948 बताती है जबकि उसका जन्म 9 दिसम्बर 1944 है । सोनिया का वास्तविक नाम एन्टोनिया माइनो है । जब वह जन्मी तब उसके पिता चार वर्षों से जेल में थे । इस वजह से उसका जन्म भी विवादास्पद है । देखें यू-टयूब पर डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी EXPOSED  SONIYA   जिसमें विद्वान सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सप्रमाण सोनिया के झूठ को सामने लाया है । सोनिया गाँधी ने संसद में हलफनामा देकर अपने को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से डिग्रीधारी बताया था । झूठ पकड़े जाने पर सोनिया ने दूसरा हलफनामा दायर कर बताया कि  वह कैम्ब्रिज से डिग्री पास नहीं है। कांग्रेस के सोनिया के चमचे उसे 10 वीं पास बताते हैं । जबकि वास्तव में सोनिया तो राबड़ी देवी के बराबर पाँचवीं फेल है । भारतीय कानून के अनुसार शिक्षा संबंधित झूठा शपथ-पत्र संसद में देने पर पद से हटाने से लेकर जेल तक की सजा का प्रावधान है तो सोनिया को कब मिलेगी जेल...? ऐसी झूठी मक्कार महिला रशिया की जासूसी संस्था के.जी.बी. में नौकरी कर चुकी है । हो सकता है वह इसी संस्था के तहत जासूसी करने राजीव शादी का ढोंग रचाकर देश की खुफिया जानकारी विदेश भेजती हो । ऐसी झूठी महिला के खिलाफ कोई केस करे तो झूठा हलफनामा देने के जुर्म में उसे कैद तक हो सकती है । इस महिला ने दूसरा सबसे बड़ा झूठ बोला कि उसने प्रधानमंत्री पद का त्याग किया है और उसकी इस बात का साथ दे रहे थे स्वाभिमानहीन चाटुकार कांग्रेसी नेता । किन्तु वास्तविकता तो यह है कि सोनिया ने प्रधानमंत्री बनने के लिए खुद राष्ट्रपति कलाम को पत्र लिखा था जो कि डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने देखा था । इसलिए डॉ. स्वामी ने राष्ट्रपति से मिलकर संविधान के अनुसार सोनिया गाँधी भारत की प्रधानमंत्री नहीं बन सकती है यह समझाया और अगर सोनिया को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलायी तो कोर्ट में उसे चुनौती देने की बात कही थी । इस बात को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने सोनिया गाँधी को कानूनी तौर पर वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकती हैं - ऐसा बतला दिया था । इस प्रकार सोनिया गाँधी की प्रधानमंत्री बनने की साजिश विफल हो गयी तो उसके चमचे उसे त्याग की उपमा देने लगे । ऐसी कई सनसनीखेज बातों का खुलासा डॉ. स्वामी ने अपनी पुस्तक में तथा यू-टयूब पर किया है । इसे देख-समझकर लगता है कि किस तरह यह महिला देश को लूटने के लिए झूठ-पर-झूठ बोले जा रही है ! और इससे भी दुःखपूर्ण है कि इस देश के कांग्रेसी चाटुकार नेता ढोंगी देशद्रोही महिला के कहने पर देश व संस्कृति के खिलाफ नंगा नाच कर रहे हैं, वो भी इस भ्रष्टाचार की देवी को प्रसन्न करने के लिए ! आखिर यह झूठी, भ्रष्ट सोनिया उन्हें क्या दे देगी ! आज कांग्रेस में अगर देशभक्त स्वाभिमानी नेता हैं तो उन्हें तथा भारत के प्रत्येक नागरिक को सोनिया गाँधी नाम के पाप को देश से मिटा डालने के लिए कमर कस लेनी चाहिए । यह महिला देश को तोड़ने व गुलाम बनाने का दुःसाहस पाले हुए है । जागो भारतवासियो ! जागो...!!
         - हिन्दुस्तान निर्माण दल
राष्ट्रीय अध्यक्ष
श्री तपन घोष
राष्ट्रीय महामंत्री
श्री शैलेन्द्र जैन
 फोन नं.ः 09871332666.
यह पर्चा देशहित में आप स्वयं भी छपवाकर बँटवा सकते हैं ।